Gaza : दुनिया की सबसे भूखी जगह गाजा


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गाजा (Gaza) इस समय एक भयानक मानवीय संकट से जूझ रहा है। संयुक्त राष्ट्र ने साफ कहा है कि पूरी दुनिया में सिर्फ गाजा (Gaza) ही ऐसा इलाका है, जहां सौ फीसदी आबादी भुखमरी के गंभीर खतरे से जूझ रही है। यूनाइटेड नेशंस की मानवीय सहायता एजेंसी (OCHA) के प्रवक्ता जेन्स लार्के के मुताबिक, गाजा इस समय दुनिया की सबसे भूखी जगह बन चुकी है। यहां एक भी इंसान ऐसा नहीं है जो खाद्य संकट के खतरे से बाहर हो।

Gaza में भूख, लूट और बमबारी का तांडव

गाजा में हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि बाजारों में खाने-पीने की चीजों को लेकर लूट मच गई है। गाजा के मध्य क्षेत्र देयर अल-बलाह में स्थित यूनाइटेड नेशंस के वर्ल्ड फूड प्रोग्राम के वेयरहाउस में पिछले दिनों सैकड़ों लोग घुस गए। इस भगदड़ में दो लोगों को गोली लग गई और उनकी मौत हो गई।

रफा में अमेरिका और इजराइल की मदद से बनाए गए 'गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन' (GHF) के वितरण केंद्र पर भी हजारों लोगों की भीड़ टूट पड़ी। भीड़ को रोकने के लिए इजरायली सेना ने हवा में फायरिंग की, लेकिन भीड़ पर सीधे गोली नहीं चलाई गई। इस भगदड़ में लगभग 50 लोग घायल हुए।

मीडिया में आई तस्वीरों में लोगों को आटे की बोरियां उठाकर ले जाते हुए देखा गया। खाने के सामानों के लिए मार मची हुई है। जवान लोग खाने का सामान लूट ले रहे हैं, जबकि बूढ़े, महिलाओं और बच्चों को कुछ नहीं मिल पा रहा।

GHF ने 29 मई को 17,280 फूड बॉक्स बांटे, जो करीब दस लाख भोजन के बराबर थे। GHF आगे और भी वितरण केंद्र खोलने की योजना बना रहा है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र इससे सहमत नहीं है। UN ने इस मॉडल को अपर्याप्त बताते हुए इससे दूरी बनाई है। 

गाजा (Gaza) में UN मानवीय सहायता प्रमुख जोनाथन विटॉल ने कहा कि GHF का मॉडल जरूरतें पूरी करने की बजाय भूख को नियंत्रित करने जैसा है। हालांकि एक सच यह भी है कि अमेरिका और इजराइल के चलते गाजा में राहत सामाग्री कम से कम पहुंच जा रही है।

Gaza की पूर्ण घेराबंदी

गाजा पर इज़राइल ने 2 मार्च को पूर्ण ब्लॉकेड लगाया था, जिसके बाद 15 दिन के अंदर जमीन और हवा से सैन्य कार्रवाई फिर शुरू कर दी गई। 19 मई को इजराइली सेना ने गाजा (Gaza) के सभी हिस्सों पर नियंत्रण के लिए व्यापक हमले शुरू कर दिए। हाल ही में सीमित मात्रा में मानवीय सहायता की अनुमति दी गई है।

यह सैन्य कार्रवाई हमास (Hamas) द्वारा 7 अक्टूबर को इजराइल पर हुए हमले के बाद शुरू हुई थी, जिसमें करीब 1,200 लोगों की मौत हुई थी और 251 लोग बंधक बना लिए गए थे।

गाजा (Gaza) के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस सैन्य अभियान में अब तक 54,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। सिर्फ मार्च के बाद से ही 4,000 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।

संघर्षविराम को लेकर बातचीत जारी है। व्हाइट हाउस ने बयान दिया कि इजराइल ने हमास के सामने एक नया प्रस्ताव रखा है, लेकिन हमास ने उसे ठुकरा दिया। इस प्रस्ताव में 60 दिन का संघर्षविराम और चरणबद्ध तरीके से बंधकों की रिहाई शामिल थी। हमास का कहना है कि उन्हें स्थायी युद्धविराम और पूरी सेना की वापसी की गारंटी चाहिए।

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