Ring of Fire : आग का गोला क्यों कही जाती है धरती की यह जगह

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भूकंप और सुनामी क्यों आते हैं? रिंग ऑफ फायर क्या है (Ring of Fire) और इससे जुड़े देशों पर कितना बड़ा खतरा मंडरा रहा है? धरती का यह रहस्य खुलेगा uplive24.com पर। 

धरती के भीतर लगातार कुछ न कुछ हलचल होती रहती है, जिसे आमतौर पर हम महसूस नहीं कर पाते। लेकिन जब यह आंतरिक गतिविधि अचानक सतह तक पहुंचती है, तो वह भूकंप या सुनामी जैसे भयंकर रूप में हमारे सामने आती है। भूकंप और सुनामी, दोनों ही प्राकृतिक आपदाएं हैं, जिनका सीधा संबंध धरती की भूगर्भीय संरचना और टेक्टोनिक प्लेट्स की हरकत से होता है।

धरती की ऊपरी परत कई विशाल प्लेटों में बंटी होती है, जिन्हें टेक्टोनिक प्लेट्स कहा जाता है। ये प्लेटें बहुत धीमी गति से सरकती रहती हैं, लेकिन जब ये एक-दूसरे से टकराती हैं, या खिसकने में रुकावट आती है, तो धरती के भीतर तनाव जमा होने लगता है। जैसे ही यह तनाव अचानक टूटता है, धरती हिलने लगती है और यह कम्पन जब सतह तक पहुंचता है तो उसे हम भूकंप कहते हैं। 

यही प्रक्रिया अगर समुद्र के अंदर होती है, तो उसका असर पानी की सतह पर भी पड़ता है। समुद्र के नीचे जब प्लेट्स खिसकती हैं या फटती हैं, तो पानी अचानक ऊपर उठता है और विशाल लहरों का निर्माण होता है। ये ही लहरें तटवर्ती इलाकों की ओर बढ़ती हैं और सुनामी का रूप ले लेती हैं। सुनामी की लहरें न सिर्फ ऊंची होती हैं, बल्कि इतनी तेज होती हैं कि वे शहरों और गांवों को पलक झपकते बहा सकती हैं।

रिंग ऑफ फायर क्या है? (What is the Ring of Fire)

रिंग ऑफ फायर प्रशांत महासागर के चारों ओर फैला हुआ एक घेरा है, जो भूगर्भीय दृष्टि से दुनिया का सबसे अधिक सक्रिय क्षेत्र माना जाता है। इसकी आकृति घोड़े की नाल जैसी है और यह लगभग 40,000 किलोमीटर लंबा है। इस क्षेत्र में टेक्टोनिक प्लेट्स की सीमाएं आपस में मिलती हैं, टकराती हैं या एक-दूसरे के नीचे खिसकती हैं, जिससे यहां अक्सर भूकंप (Earthquakes) और ज्वालामुखी विस्फोट होते रहते हैं।

वैज्ञानिकों के अनुसार, दुनिया के लगभग 90% भूकंप (90% of Earth's Earthquakes) और 75% सक्रिय ज्वालामुखी (75% of Active Volcanoes) इसी रिंग ऑफ फायर जोन में आते हैं। यह क्षेत्र इसलिए भी ज़्यादा खतरनाक है क्योंकि यहां समुद्र के नीचे टेक्टोनिक हलचलें सुनामी (Tsunami) को भी जन्म देती हैं।

रिंग ऑफ फायर का भौगोलिक दायरा (Geographical Span of Ring of Fire)

रिंग ऑफ फायर प्रशांत महासागर को लगभग चारों ओर से घेरे हुए है। इसकी शुरुआत दक्षिण अमेरिका के पश्चिमी तट से होती है। चिली (Chile) और पेरू (Peru) से होते हुए यह मेक्सिको (Mexico), अमेरिका (USA) के पश्चिमी तटीय इलाकों - कैलिफोर्निया (California) और अलास्का (Alaska) तक जाती है। 

वहां से यह रूस (Russia - Kamchatka Peninsula), जापान (Japan), फिलीपींस (Philippines), इंडोनेशिया (Indonesia), पापुआ न्यू गिनी (Papua New Guinea) और फिर न्यूजीलैंड (New Zealand) होते हुए वापस दक्षिण अमेरिका तक लौटती है।

रिंग ऑफ फायर इतना खतरनाक क्यों है? (Why is the Ring of Fire So Dangerous)

इस क्षेत्र की विशेषता यह है कि यहां कई टेक्टोनिक प्लेट्स - जैसे कि Pacific Plate, North American Plate, Eurasian Plate, Australian Plate और Philippine Plate एक-दूसरे से सटी हुई हैं। जब ये प्लेट्स टकराती हैं, तो जमीन के नीचे भारी ऊर्जा पैदा होती है। यही ऊर्जा जब बाहर निकलती है, तो भूकंप और ज्वालामुखी फटने जैसी आपदाएं होती हैं।

इसके अलावा, कई बार यह ऊर्जा समुद्र के नीचे निकलती है, जिससे पानी में उथल-पुथल मचती है और विशाल लहरें उठती हैं, जिन्हें हम सुनामी (Tsunami) कहते हैं। इसीलिए, रिंग ऑफ फायर के अंतर्गत आने वाले तटीय देशों को दोहरी मार झेलनी पड़ती है - पहले भूकंप और फिर सुनामी।

इतिहास की सबसे विनाशकारी घटनाएं इसी क्षेत्र से जुड़ी हैं, जैसे 2004 की इंडोनेशिया की सुनामी (Indonesia Tsunami 2004) जिसमें 2 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई, या 2011 का जापान का भूकंप और सुनामी (Japan Earthquake and Tsunami 2011) जिसने फुकुशिमा न्यूक्लियर प्लांट को भी तबाह कर दिया था।

यह कहना गलत नहीं होगा कि 'रिंग ऑफ फायर' में स्थित देश हर समय एक अदृश्य खतरे की छाया में जीते हैं। उनके लिए भूकंप और सुनामी किसी एक घटना का नाम नहीं, बल्कि एक सतत चुनौती है, जिसके लिए उन्हें हर वक्त सतर्क रहना होता है।

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